स्वाधीनता प्राप्ति के पश्चात ‘स्वत्व’ की अनुभूति के आधार पर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में ‘स्व’ का तंत्र कैसे विकसित हो यही जनः मन द्वारा अपेक्षित थी। यदि बालक के मन में स्वाभिमान, स्वानुशासन, स्वावलम्बन, स्वधर्म, स्वदेशप्रेम, स्वसंस्कृति तथा अतीत के गौरवशाली परम्परा आदि के प्रति आत्मीयता व अपनत्व का भाव विकसित किया गया होता तो भावात्मक एकात्मता प्रत्येक भारतीय का स्वभाव बन जाता। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में योग्य व्यक्तित्व का अभाव व अकाल आज दिखायी न देता। राष्ट्र निर्माण, कल-कारखानों के विकास, यातायात, स्वास्थ्य,शिक्षा आदि अनेक योजनाएं बनी परन्तु जिनके बल पर राष्ट्र की शा स्वतता निहित है अर्थात् व्यक्तित्व निर्माण का कार्य नहीं हुआ।
शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य बालक का सर्वागीण विकास करना होता है | वस्तुतः शिक्षा का उद्देश्य असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर और मृत्यु से अमृत्व की ओर ले जाना होता है | शिक्षा के इस पावन उद्देश्य की पूर्ति हेतु विद्यालय परिवार की एक व्यापक अवधारणा है | छात्र शिक्षक अभिभावक समाज इस परिवार के अंगभूत है |
विद्यालय परिवार का उद्देश्य विद्यार्थियों की एक ऐसी सुसंस्कृत मालिका का निर्माण कराना है जो पाश्चात्य प्रभाव से दूर रहकर भारतीय संस्कृति की गरिमामय अनुभूति के वातावरण में अपने व्यक्तित्व के सभी पक्षों (शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक, एवं सामाजिक) का विकास कर सके | यही सर्वांगीण विकास की मालिका है जो पाश्चात्य दुष्प्रभावों से दूर रहकर नवीनतम वैज्ञानिक दृष्टिकोण का सृजन कर सके एवं वर्तमान की चुनौतियों का सामना करते हुए भविष्य के प्रति दूरदर्शिता का परिचय देते हुए आत्मिक विकास कर सके तथा अपने देश की सांस्कृतिक समरसता मैं पोषित होकर स्वराष्ट्र प्रेम एवं स्वाबलंबन की भावना का विकास कर सके | यही हमारे विद्यालय परिवार का मुख्य उद्देश्य है |
प्रधानाचार्य
श्री रामबदन इण्टर कालेज,बडहरा तुरना गाजीपुर
श्री रामबदन इण्टर कालेज,बडहरा तुरना गाजीपुर शिक्षा को प्रगति पथ गाजीपुर जनपद का ख्याति प्राप्त विद्यालय है। हमारी योग्य व अनुभवी शिक्षिकाओं के निर्देशन में छात्राएं विविध क्षेत्रों शिक्षा ,कला, खेलकूद संगीत विज्ञान मंच में अपनी योग्यता का प्रदर्शन कर रही हैं। हम प्रत्येक छात्रा को खुद को समझने और खोजने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करते हैं एवं उनके सामने प्रस्तुत चुनौतियों का सामना करने एवं उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं। विद्यालय का वातावरण छात्राओं में समझ एवं स्वतंत्र चिंतन विकसित करता है तथा नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है। कठिन परिश्रम एवं अनुशासन हमारा मूल मंत्र है।
विद्यालय का उद्देश्य छात्रों की एक ऐसी सुसंस्कृत मालिका का निर्माण करना है जो पाश्चातय प्रभाव से दूर रहकर भारतीय संस्कृति की गरिमामयी अनुभूति के वातावरण में अपने व्यक्तित्व के सभी पक्षों (शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक) का विकास कर सके, पाश्चातय दुष्प्रभावों से दूर रहकर नवीनतम वैज्ञानिक द्रष्टिकोण का सृजन कर सके एवं वर्तमान की चुनौतियों का सामना करने हेतु भविष्य के प्रति दूरदर्शिता का परिचय देते हुए आत्मिक विकास कर सके तथा अपने देश की सांस्कृतिक समरसता में पोषित होकर स्वराष्ट्र प्रेम एवं स्वावलम्बन की भावनाओं का विकास कर सके |
श्री रामबदन इण्टर कालेज,बडहरा तुरना गाजीपुर